पटना: समाजवादी चिंतक राममनोहर लोहिया को उद्धृत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि समाजवादी नेता लोकतंत्र में लगातार सरकारों के बदलते रहने के हिमायती थे.
लोहिया पर समर्पित एक वेबसाइट का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस के एक छत्र राज के दौर में लोहिया ने कहा था कि सरकारों का बदलते रहना जरुरी है. एक ही सरकार के रहने से ऐसा होगा जैसे की तवे पर रोटी को एक साइड छोड देना. लोगों में असंतोष उठने लगता है. लोहिया ने कहा था कि ऐसा होने से रोटी जल जायेगी. 1967 में ही लोहिया के जीवित रहते नौ राज्यों से कांग्रेस का सफाया हो गया था.’’ उन्होंने कहा कि बाद में लोहिया के सपने को जयप्रकाश नारायण ने पूरा किया. 1977 में जनता पार्टी के दो तिहाई बहुत के कारण केंद्र :लोकसभा चुनावों: में कांग्रेस का सफाया हो गया. लोहिया के विचार जब जनमानस में पैठ बनाने लगे थे और जोर पकडने लगे थे तो उनका देहांत हो गया, लेकिन लोहिया आज के दौर में भी प्रासंगिक हैं.
नीतीश ने कहा कि सरकारों के पास काम करने का बहुत कम समय होता है, ऐसा लोहिया का विचार था. इसलिए छह माह में ठोस काम कर देना चाहिए ताकि लोग काम का मूल्यांकन कर सकें. लोहिया ने अपने समय में साहित्य और पत्रकारिता की एक नई पीढी तैयार की.
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